Indian Military में Transgenders को भर्ती करने पर विचार, इन देशों में पहले से सीमा पर हैं तैनात
Transgenders in Indian Military: भारतीय सेना में ट्रांसजेंडर्स की भर्ती पर विचार किया जा रहा है, जैसा कि एक मीडिया रिपोर्ट बता रही है। अनुसार, प्रधान कार्मिक अधिकारी समिति (PPOC) ने अगस्त में एक कमेटी गठित की थी, जिसको ट्रांसजेंडर्स के भर्ती के लिए दिशा सूची बनाने का कार्य था। PPOC की बैठक में तीनों सेनाओं के शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी थी, और माना जा रहा है कि यदि ट्रांसजेंडर्स को सेना में भर्ती की अनुमति मिलती है, तो तीनों सेनाओं में उनकी एंट्री होगी।
कई निदेशालयों ने अपने विचार कमेटी तक पहुंचाए हैं, जिसमें यह तय किया गया है कि ट्रांसजेंडर्स को कठिन ट्रेनिंग या पोस्टिंग में कोई रियायत नहीं देनी चाहिए। एक्सपर्ट्स ने सुझाव दिया है कि सेना में शामिल होने पर डॉक्यूमेंट्स में उनके विवाहित साथी को कैसे पहचाना जाएगा, इस पर विचार करना आवश्यक है। साथ ही, यह भी निर्धारित करना जरूरी है कि उनके कल्चरल रिलेशन कैसे स्थापित किए जाएंगे और अन्य सैनिकों के साथ उनका आपसी संबंध कैसे होगा।
कई देशों में ट्रांसजेंडर्स पहले से सेना में कार्यरत हैं
कई देशों में, ट्रांसजेंडर्स पहले से ही सेना में करियर बना रहे हैं, जैसे कि चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, इस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बोलिविया, कनाडा, आयरलैंड, इजरायल, नीदरलैंड्स, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, स्पेन, स्वीडन, और यूनाइटेड किंगडम। क्यूबा और थाइलैंड में भी ट्रांसजेंडर्स को सेना में भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू की गई है, लेकिन यह कुछ खास विभागों तक ही सीमित है।
साल 1974 में पहली बार, नीदरलैंड्स में थर्ड जेंडर को मिलिट्री में जगह दी गई थी। इसके बाद, अमेरिका में 2016 में ट्रांसजेंडर्स को मिलिट्री में भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जब ओबामा राष्ट्रपति थे। बाद में, ट्रंप ने इस पर रोक लगा दी थी।