स्वामी रामदेव से जानिए सर्दी के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को निमोनिया से कैसे बचाया जा सकता है।
फेफड़ों में सिकुड़न, जिसे लंग फाइब्रोसिस, ब्रोकाइटिस, अस्थमा और टीबी से जूझ रहे व्यक्तियों को सतर्क रहना चाहिए। निमोनिया के संबंध में एक शुभ समाचार है कि इससे लोगों को बचाया जा सकता है, लेकिन जागरूकता की कमी जोखिम बढ़ा सकती है। बाबा रामदेव से जानें कि बच्चों और बुजुर्गों को निमोनिया से कैसे बचाया जा सकता है।
त्यौहार के इस सीजन में मौसम ने भी अचानक करवट ली है, पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हो रही है। सर्दी बढ़ने वाली है। जल्दी ही ठंड से बचने के लिए एलर्ट-हीटर की जरुरत पड़ने वाली है और इसके साथ कई तरह की हेल्थ इमरजेंसी भी लगने वाली है। उनकी परेशानी बढ़ने वाली है जो फेफड़ों में सिकुड़न यानि लंग फाइब्रोसिस, ब्रोकाइटिस अस्थमा और टीबी से जूझ रहे हैं।
कमजोर इम्यूनिटी, सर्दी-खांसी-जुकाम-चेस्ट कंजेशन से परेशान है। लेकिन इस सीजन में जो सबसे जानलेवा साबित होती है वो है निमोनिया खासतौर पर — 5 साल से कम और 65 साल से ज्यादा उम्र वालों को इससे अलर्ट रहने की जरुरत है। निमोनिया को लेकर सुखद बात ये है कि इससे लोगों को बचाया जा सकता है। लेकिन जानकारी की कमी जोखिम बढ़ा देती है। तभी तो आज का दिन यानि 12 नवंबर को ‘वर्ल्ड निमोनिया डे’ मनाया जाता है और दिवाली होने के बाद भी हम निमोनिया की बात कर रहे हैं। ताकि मामूली सी लक्षण वाली ये बीमारी घातक साबित ना हो। तो चलिए दीपावली के शुभ मौके पर, योग से शरीर की एनर्जी हाई करते हैं। ताकि प्रचंड ठंड भी किसी का कुछ बिगाड़ ना पाए। बाबा रामदेव से जानिए बच्चों और बुजुर्गों को निमोनिया से कैसे बचाएं?
निमोनिया के छोटे बच्चों में लक्षण:
- 1 साल से कम आयु के बच्चे दूध-पानी छोड़ने लगते हैं।
- बलगम की वजह से घरघराहट होती है।
- पसलियां तेज चलने लगती हैं।
- कभी-कभार बेहोशी भी हो सकती है।
हल्दी है रामबाण:
- दूध में कच्ची हल्दी को पकाएं।
- हल्दी-दूध में शिलाजीत मिलाएं।
- हल्दी दूध लंग्स के लिए फायदेमंद है।
एलर्जी में रामबाण:
- 100 ग्राम बादाम,
- 20 ग्राम कालीमिर्च,
- 50 ग्राम शक्कर, और
- 1 चम्मच दूध के साथ मिलाकर पाउडर बनाएं।
फेफड़े मजबूत बनेंगे:
- श्वासारि क्वाथ पीएं।
- मुलैठी को उबालकर पीएं।
- मसाला टी भी फायदेमंद है।
लंग्स हेल्दी बनाएं:
- बेसन की रोटी बनाएं।
- भुना चना लें।
- मुलैठी चबाएं।
सरसों का तेल सर्दी में फायदेमंद है:
- सोते वक्त तलवों पर गरम सरसों तेल लगाएं।
- नाभि में सरसों तेल डालें।
- नाक में सरसों तेल डालें।
गले में एलर्जी होने पर:
- नमक पानी से गरारा करें।
- सरसों तेल से नस्यम करें।
- मुलेठी खाने से फायदा हो सकता है।
लंग्स के लिए योग:
- प्रसारित हस्तासन
- पादहस्तासन
- उष्ट्रासन
- कूर्मासन
- उत्तान कूर्मासन
- सूक्ष्म व्यायाम
- मत्यासन
- सुप्त वज्रासन
- गोमुखासन
- भुजंगासन
- धनुरासन
- मकरासन