आज देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन है. नेहरू बच्चों से बहुत प्रिय थे और उन्हें बच्चे प्यार से चाचा नेहरू कह कर बुलाते थे. इसलिए, हर साल 14 नवंबर को नेहरू के जन्मदिन के रूप में बाल दिवस मनाया जाता है।

पंडित नेहरू के जन्मदिन पर क्यों मनाया जाता है बाल दिवस

बाल दिवस के दिन स्कूल और कॉलेजों में विशेष आयोजन होता है। कई जगहों पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जैसे डिबेट, क्विज, पेंटिंग और प्रतियोगिताएं। बच्चों को उपहार भी मिलते हैं और कई स्कूल बच्चों को इस दिन टूर पर लेकर जाते हैं।

क्या है इस दिन का महत्व

जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था और उन्हें 58 साल की आयु में देश के प्रधानमंत्री बनाया गया। वे देश के पहले प्रधानमंत्री थे और ने 17 साल तक पद को सेवा किया। पहले बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन नेहरू के सम्मान में इसे 14 नवंबर को मनाना शुरू हुआ।

17 साल तक पद पर रहें नेहरू

First Prime Minister Of India

उनके पिता मोतीलाल नेहरू एक वकील थे। उनके पिताजी ने उनके लिए घर पर ही पढ़ाई का इंतजाम किया। उन्होंने 16 साल की आयु तक घर पर ही अध्ययन किया था। इसके बाद, पंडित जवाहरलाल नेहरू ने हैरो और ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज में जाकर अपनी पढ़ाई पूरी की। उन्होंने इनर टेम्पल से कानून की पढ़ाई की और लॉ ग्रेजुएट हो गए।

कैम्ब्रिज से नेहरू ने की थी पढ़ाई

जवाहरलाल नेहरू का जीवन जेल में भी बीता। उन्होंने जनवरी 1934 से फरवरी 1935 तक जेल में रहा। उन्होंने जेल में ही 'स्वतंत्रता की ओर' अपनी आत्मकथा (ऑटोबायोग्राफी) लिखी। प्रधानमंत्री बनने के बाद नेहरू को अपने साथ सुरक्षा गार्ड के साथ घूमना पसंद नहीं था। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को काफी परेशानी होती है। नेहरू एक कश्मीरी पंडित थे।

जेल में लिखी ऑटोबायोग्राफी

प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को कई बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया था। उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने लगभग 11 बार नॉमिनेट किया था। जवाहरलाल नेहरू ने 'इंडिया एंड द वर्ल्ड डिस्कवरी ऑफ इंडिया' और 'ग्लिम्प्सेज ऑफ द वर्ल्ड' पर दो किताबें लिखीं, जो काफी प्रसिद्ध हुईं।

नोबेल शांति पुरस्कार के लिए हुए नॉमिनेट

कई बार नेहरू की हत्या की भी कोशिशें की गई, लेकिन वे बच गए। 27 मई 1964 को, जवाहरलाल नेहरू को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।

चार बार हुई हत्या की कोशिश

धन्यवाद